Friday, 16 January 2015

http://charbhujamandirchhata.blogspot.in/

ना जाने कौन सा जादू है तेरी बाहों में;
ये कौन सा नशा है तेरी इन निगाहों में;
तेरी तलाश में तेरे मिलने की आस लिए;
दुआऐं मॉगता फिरता हूँ मैं तेरी हर राहो में।

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